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पत्रकार मिताली मुखर्जी को 8 अप्रैल को जर्नलिज्म स्टडी के लिए रॉयटर्स इंस्टीट्यूट का डायरेक्टर नियुक्त किया गया है। उन्हें इस पद के लिए ओपन प्रोसेस से चुना गया है, जो मार्च के आखिरी हफ्ते में हुआ था। पिछले अक्टूबर में रासमस नीलसन के पद छोड़ने के बाद से मिताली कार्यवाहक डायरेक्टर के तौर पर काम कर रही थीं। नीलसन 2018 से 2024 तक संस्थान के डायरेक्टर रहे।
मिताली मुखर्जी एक पॉलिटिकल जर्नलिस्ट हैं। उनके पास टीवी, प्रिंट और डिजिटल जर्नलिज्म में दो दशकों से ज्यादा का अनुभव है।
IIMC दिल्ली से गोल्ड मेडलिस्ट रहीं मिताली
मिताली का जन्म हरियाणा के अंबाला में हुआ था। उनकी स्कूलिंग दिल्ली आर्मी पब्लिक स्कूल से हुई। दिल्ली यूनिवर्सिटी से 2000 में राजनीति विज्ञान ऑनर्स की पढ़ाई की और गोल्ड मेडलिस्ट रहीं। साल 2001 में भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) नई दिल्ली से टेलीविजन जर्नलिज्म में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं। इसके साथ ही मास्टर्स डिग्री स्पेशल एजुकेशन एंड टीचिंग में की।

शेवनिंग स्कॉलर दक्षिण एशिया पत्रकारिता फेलोशिप के तहत यूके सरकार द्वारा दी जाने वाली स्कॉलरशिप है। ये लीडरशिप को पहचान दिलाने वाला एक प्रोग्राम है।

इसके साथ ही मिताली TEDx कार्यक्रमों में महिलाओं के लिए वित्तीय सशक्तिकरण और मजबूत जर्नलिज्म जैसे विषयों पर भी बात कर चुकी हैं।
द मनीमाइल की को-फाउंडर हैं मिताली
उनकी किताब क्रिप्टो क्राइम्स, क्रिप्टोकरेंसी और साइबर सिक्योरिटी से जुड़े क्राइम पर आधारित है। वो द मनीमाइल की को-फाउंडर हैं। ये एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जो विशेष रूप से महिलाओं के बीच वित्तीय जागरूकता पर केंद्रित है।
पत्रकारिता में उत्कृष्टता के लिए रेड इंक पुरस्कार मुंबई प्रेस क्लब द्वारा दिए जाते हैं। मुखर्जी ने सितंबर 2022 से जर्नलिस्ट प्रोग्राम को लीड किया। वह थिंक टैंक और ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ORF) जैसे संस्थानों से भी जुड़ी रही हैं, जहां उन्होंने इकोनॉमिक पॉलिसी और एडमिनिस्ट्रेशन पर चर्चाओं में योगदान दिया है।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का रिसर्च सेंटर है रॉयटर्स
रॉयटर्स संस्थान को थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन से फंड मिलता है। रॉयटर्स इंस्टीट्यूट को ‘रॉयटर्स इंस्टीट्यूट फॉर द स्टडी ऑफ जर्नलिज्म’कहा जाता है। ये ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी का एक रिसर्च सेंटर है, जो दुनियाभर में न्यूज मीडिया को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर स्टडी करता है।
फाउंडेशन के CEO एंटोनियो जैपुल्ला ने कहा: ‘मैं पत्रकारिता के भविष्य को आगे बढ़ाने के लिए काम करने वाले दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित रिसर्च सेंटर में से एक की लीडरशिप हासिल करने पर मिताली को बधाई देना चाहता हूं।’