46 मिनट पहले
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6-7 मई की रात भारत ने पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इसके तहत पाकिस्तान पर मिसाइलें दागी गईं। इसकी जानकारी 7 मई को सुबह 10 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह और विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दी। इस दिन कर्नल कुरैशी आर्मी की ओलिव ग्रीन यूनिफॉर्म और विंग कमांडर व्योमिका एयरफोर्स की नीली यूनिफॉर्म में दिखीं।

7 मई को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नल सोफिया कुरैशी (दाएं) और विंग कमांडर व्योमिका सिंह (बाएं) ने सर्विस यूनिफॉर्म पहनीं।
इसके बाद भारत-पाकिस्तान के बीच हालात तनावग्रस्त हो गए। 8 मई को एक और प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई। इसमें कर्नल कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म में दिखीं। इसी तरह 9 मई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी दोनों कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म में ही दिखीं।

अगली दो प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों ऑफिसर्स कॉम्बैट यूनिफॉर्म में दिखीं।
आखिर दो अलग-अलग यूनिफॉर्म पहनने के पीछे क्या वजह है और अलग यूनिफॉर्म्स का मतलब क्या है?
आर्मी की सर्विस यूनिफॉर्म ऑलिव ग्रीन
कर्नल सोफिया कुरैशी ने 7 मई की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सॉलिड ऑलिव ग्रीन कलर की यूनिफॉर्म पहनी थी। ये आर्मी की सर्विस यूनिफॉर्म है जो आम दिनों में रोजाना पहनी जाती है यानी जब युद्ध या कॉम्बैट की स्थिति न हो तब ये वर्दी पहनते हैं।
ऑफिस जाने, एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े काम और संधि या शांति प्रस्ताव दे दौरान ये यूनिफॉर्म पहनी जाती है। सर्विस यूनिफॉर्म रैंक के अनुसार अलग-अलग होती है।

ओलिव ग्रीन कलर की यूनिफॉर्म भारतीय सेना की सर्विस यूनिफॉर्म है।
इसके अलावा किसी स्पेशल सेरेमनी के दौरान आर्मी ऑफिसर्स सेरिमोनियल यूनिफॉर्म पहनते हैं। इस यूनिफॉर्म में मेटल सिम्बल्स, ऊंचा कॉलर, फैंसी शोल्डर पीस और जैकेट शामिल होती है। इसके साथ चमकदार बूट या जूते पहने जाते हैं। अक्सर परेड के दौरान आर्मी इस यूनिफॉर्म में दिखती है।

परेड के दौरान भारतीय सेना के अफसर इस तरह की यूनिफॉर्म पहनते हैं।
युद्ध या किसी तरह की कॉम्बैट स्थिति में आर्मी कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म पहनती है ताकी जंगल, रेगिस्तान या शहरी इलाकों में आसानी से ब्लेंड कर सकें।
ये यूनिफॉर्म मजबूत मगर हल्के कपड़े से बनाई जाती है। इसके साथ ही फौजियों के सहूलियत के लिए इसें ढेरों जेब भी बनाई जाती हैं। ट्रेनिंग एक्सरसाइजेज, युद्ध या किसी ऑपरेशन के दौरान ये यूनिफॉर्म पहनी जाती है। आर्मी की कॉम्बैट यूनिफॉर्म में जंगल और रेगिस्तान से मिलते-जुलते रंग इस्तेमाल किए जाते हैं।

भारतीय सेना में कैमोफ्लाज यूनिफॉर्म युद्ध, ऑपरेशन या ट्रेनिंग के समय पहनी जाती है।
नीले आसमान का प्रतीक है एयरफोर्स की यूनिफॉर्म
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पहले दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीली शर्ट और काली पैंट यूनिफॉर्म के तौर पर पहनी थी। यूनिफॉर्म में शर्ट का नील रंग खुले आसमान का प्रतीक है। ये यूनिफॉर्म एयरफोर्स की सर्विस यूनिफॉर्म है जो ऑफिस, फॉर्मल इवेंट्स और रेगुलर ड्यूटी के दौरान पहनी जाती है।

भारतीय वायु सेना में नीली शर्ट और काली पैंट आमतौर पर ऑफिस जाने और एडमिनिस्ट्रेशन से जुड़े कार्यों के दौरान पहनी जाती है।
एयरफोर्स में पायलेट और एयर-क्रू के सदस्य फ्लाइंग के दौरान वन-पीस या ओवरऑल फ्लाइंग सूट पहनते हैं। ये ऐसे मटेरियल से बनाया जाता है जो आसानी से आग न पकड़े। ये ज्यादातर हरे या गहरे नीले रंग का होता है। फ्लाइंग के दौरान सहूलियत के लिए पायलेट को इस सूट में कई जेब दी जाती हैं।

वायु सेना के पायलट फ्लाइंग के दौरान इस तरह के वन-पीस सूट पहनते हैं।
इसके अलावा एयरफोर्स में भी आर्मी की ही तरह सेरिमोनियल यूनिफॉर्म और कॉम्बैट यूनिफॉर्म होती है। एयरफोर्स की कॉम्बैट यूनिफॉर्म ग्रे और नीले रंग की होती है।

ये वायु सेना की कॉम्बैट यूनिफॉर्म है।
नेवी में आमतौर पर सफेद यूनिफॉर्म
भारतीय नौसेना की सफेद यूनिफॉर्म ऑफिस के लिए, फॉर्मल इवेंट्स और एडमिनिस्ट्रेटिव कार्यों के लिए पहनी जाती है। नेवी की सफेद यूनिफॉर्म शांति, अखंडता और अनुशासन का प्रतीक है।

आम दिनों में भारतीय नेवी के अफसर सफेद रंग की यूनिफॉर्म पहनते हैं।

भारतीय नौसेना की कॉम्बैट यूनिफॉर्म में गहरा नीला रंग प्रमुखता से इस्तेमाल किया गया है।
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