3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

दिल्ली पुलिस ने सोमवार, 19 मई को एक बड़ी पायरेसी रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए 1.7 लाख से अधिक पायरेटेड नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग यानी NCERT पाठ्यपुस्तकों को जब्त किया है। इसकी कीमत 2.4 करोड़ रुपए से अधिक है।
नकली किताबों के रैकेट में पिता-पुत्र की जोड़ी शामिल
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 3 लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जिसमें एक पिता-पुत्र की जोड़ी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रशांत गुप्ता (48) और उनके बेटे निशांत गुप्ता (26), और अरविंद कुमार के रूप में हुई है।
शाहदरा के DCP प्रशांत गौतम ने एक बयान में कहा, ‘प्रशांत और निशांत के पास एक दुकान थी, जहां पुलिस ने बड़ी मात्रा में पायरेटेड शैक्षिक किताबें पाईं। ये किताबें असली NCERT टेस्टबुक के रूप में बेची जा रही थीं। ये रैकेट 16 मई को पुलिस को मिली एक गुप्त सूचना के बाद उजागर हुआ।’
किताबों की जांच के लिए NCERT के अधिकारियों शामिल
पहले मंडोली रोड पर एक दुकान से पायरेटेड NCERT किताबें बेचे जाने की जानकारी मिली थी। पुलिस ने यहां छापा मारकर पायरेटेड किताबों को जब्त किया।
DCP प्रशांत ने बताया कि दिल्ली पुलिस की छापेमारी में NCERT के अधिकारियों को भी शामिल किया गया, जिन्होंने किताबों की प्रामाणिकता की जांच की।
इसके बाद, अनुपम सेल्स पर पुलिस ने छापा मारकर बड़ी मात्रा में पायरेटेड किताबें पकड़ी। इस दुकान को पिता-पुत्र की जोड़ी चला रही थी, जिन्हें हिरासत में ले लिया गया।
DCP ने बताया, ‘दुकान से 12वीं क्लास की कुल 27 पायरेटेड सामाजिक विज्ञान की किताबें मिली। किताबों पर जाली NCERT लोगो और नकली साइन थे। NCERT अधिकारियों ने मौके पर सत्यापन के बाद पुष्टि की, कि सामग्री नकली थी और ये कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन है।’
दिल्ली के अलीपुर की एक गोदाम से लाई गई थीं जाली किताबें
पूछताछ के दौरान, आरोपियों ने खुलासा किया कि नकली किताबें दिल्ली के अलीपुर के पास हिरणकी में एक गोदाम से लाई गई थीं।
इस जानकारी के आधार पर, पुलिस ने छापेमारी की और लगभग 1.7 लाख पायरेटेड किताबें बरामद कीं। इनकी कीमत 2.4 करोड़ रुपए से अधिक है।
ये किराए की दुकान अरविंद कुमार की थी, जिसे पायरेटेड किताबों को स्टॉक करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था।
पूछताछ में आरोपी प्रशांत गुप्ता ने स्वीकार किया कि वे पिछले 20 साल से अपनी दुकान चला रहे थे, जिसमें निशांत 5 साल पहले शामिल हुआ था।
DCP ने बताया कि एमएस पार्क पुलिस स्टेशन में BNS की धारा 318 (धोखाधड़ी) और कॉपीराइट एक्ट के तहत FIR दर्ज की गई। सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और कानूनी कार्रवाई चल रही है।
ये खबर भी पढ़ें…
अब मद्रास हाईकोर्ट ने NEET का रिजल्ट रोका:चेन्नई के सेंटर पर भी इंदौर की तरह बिजली जाने का मामला, 2 जून तक मांगा NTA से जवाब

इंदौर के बाद बिजली गुल होने से NEET UG 2025 एग्जाम देने में समस्या का मामला चेन्नई में भी सामने आया है। 13 कैंडिडेट्स ने मद्रास हाईकोर्ट में इसे लेकर याचिका दायर की है।
स्टूडेंट्स ने कहा कि 4 मई को चेन्नई के अवाडी एग्जाम सेंटर पर बिजली चली गई थी जिसके बाद कई स्टूडेंट्स ठीक से पेपर नहीं दे पाए। इसके बाद शुक्रवार को मद्रास हाईकोर्ट ने NEET 2025 के रिजल्ट पर रोक लगा दी है। पढ़ें पूरी खबर…